दैनिक भत्ते के नाम पर ₹ 347 रोजाना !
नासा की पूर्व अंतरिक्ष यात्री कैडी कोलमैन के मुताबिक , अंतरिक्ष यात्रियों को ओवरटाइम वेतन नहीं मिलता । फेडरल कर्मी के नाते अंतरिक्ष में समय भी सामान्य कार्यकाल मानते हैं । नासा उनके खान – पान और अन्य लागतों को वहन करती है . अलग से दैनिक भत्ता सिर्फ 4 डॉलर ( 347 रुपए ) रोजाना है । 2010-11 में अपने 159- दिनों के मिशन के दौरान उन्हें कुल 636 डॉलर ( करीब 55,000 रुपए ) अतिरिक्त भुगतान मिला था । इसी गणना के आधार पर सुनीता और बुच को 287 दिनों के लिए लगभग 1,148 डॉलर ( करीब 1 लाख रुपए ) का अतिरिक्त भुगतान मिलने की संभावना है ।
इतनी बनेगी कुल सैलरी … दोनों अंतरिक्ष यात्री जीएस -15 पे ग्रेड के अंतर्गत आते हैं , जो फेडरल कर्मचारियों के लिए सबसे ऊंचा स्तर है । इस ग्रेड में उन्हें सालाना 125,133-162,672 डॉलर ( करीब 1.08 करोड़ – 1.41 करोड़ रुपए ) वेतन मिलता है , 287 दिन के लिए । करीब 81 लाख – 1.05 करोड़ रुपए की अनुमानित सैलरी मिलेगी ।
गोरतलब है की सुनीता और उसके साथी अगले सप्ताह धरती पर लौटेंगे
आइएसएस में कू -10 के सदस्य पहुंचने के बाद कू -9 के सदस्य एस्ट्रोनॉट निक हेग , अलेक्सांद्र गोरबुनोव के साथ भारतवंशी सुनीता विलियम्स और बुच पृथ्वी पर लौटेंगे मौसम सही रहा तो यात्रियों को अगले सप्ताह ( 19 मार्च ) फ्लोरिडा के निकट जलक्षेत्र में उतारा जा सकता है ।